रविवार, 7 दिसंबर 2014

कवि कोकिल विद्यापति के नाम पर कत्ते नाम कमेल जा सकैये...


कवि कोकिल विद्यापति के नाम पर कत्ते नाम कमेल जा सकैये...
दिल्ली राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र मे करीब 350 संस्था चलैये और करीब 40-50 थाम विद्यापति स्मृति पर्व समारोह मनेल जाइये, लेकिन ओक्टूबर स दिसंबर के बाद कोनो अपीयरेन्स नई रहै छैन्ह कीएक त ओ हिसाब किताब करैत करैत अगला सालक तैयारी केनाई अनिवार्य भा जैत छै.
तजुर्बा के मुताबिक ज अगर 50xरुपया 3लाख (विद्यापति पर्व समारोहक आयोजन x खर्चा) = रुपया150 लाख, ज ई रुपियाक खर्च कोनो उदेश्य स केल जाइ त मिथिला अपन अलग पहिचान जरूर बना सकाइये.
उदाहरण अगर पूरा हिनूस्तान के ली त करीब 250-300 थम विद्यापति स्मृति पर्व समारोह मनेल जाइये जेकर कम स कम हरेक साल एवरेज कॉस्ट 300*रुपया 2लाख = रुपया 600 लाख (हरेक साल) , ज ई पैसा मिथिला के डेवेलपमेंट और शिक्षा,अवेर्नेस के संग खर्च केल जाय त मिथिला के एकटा बिल्कुल अलग पहचान दैई बला प्रवासी मैथिल हेता...और कोनो शक्ति एकरा अलग पहचान देबा स नहीं रोक सकैईये कीएक त रिज़ल्ट बिल्कुल सामने रहतई.
नशा एटा एहन अभिशाप जे पूरा मिथिलांचल युवा की पूरा भारत के अपन लपेट मे ल बाप के बाप नहीं, मे बहिन के मे बहिन नई बुइझ अत्याचार करबाबई ये...अत्याचार केनीहर नशा करै बला नही हालांकि नशा के छि ताहि अवेर्नेस लेल नशा मुक्त अभियान जाहि मे हम सब प्रेरित करै छियैंन अवैध विक्री गाम घर मे बंद क नया उद्योग के जगह दैथ जाहि मे प्रॉफिट बेसी, अपन संस्कार बरकरार, और निब मजबूत रहत.
नशा मुक्त मिथिला के टीम के तरफ स हमर करबद्ध निवेदन जे ऐ मुहिम स जुइर अपन मिथिला के एकटा अलग पहिचान दैई लेल पहिने ओकरा लेल बहुत सामाजिक कार्य करै पड़त जाहि मे लोग अपना के सुरक्षिते टा नहीं बल्कि सपोर्टेड मे सेहो बुझत..
अप्पन सबहक की राय...ज मिथिला के हम अधिकार बुझै छि त ओकरा प्रति बहुत कर्तब्य सेहो ऐछ...
आउ नशा मुक्त मिथिला अभियानक सदयस्ता लेल अपन नाम दर्ज करी या 9818325312 पर फोन क डीटेल दी.

किछु अपन मात्रीभूमि लेल जरूर करी
विक्की ठाकुर 
नशा मुक्त मिथिला

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