सोमवार, 25 नवंबर 2013

सफल रहल हारिस रावत के पुतला दहन - delhi

काइल सीता मैया आ सम्पूर्ण मिथिला के अपमान के विरोध में मिथिला राज्य निर्माण सेना के आवाहन पर दिल्ली और राष्ट्रिय राजधानी क्षेत्र स एकत्रित मैथिल भाई बंधू के कोटिशः धन्यवाद। करीब 2:30 पर जत्था कॉफ़ी हाउस स जंतर मंतर लेल बिदा भेल। पूरा cp सर्किल के घुमैत बाबा खरक सिंह मार्ग स होइत जत्था जंतर मंतर पहुंचल। ओतय पुलिस के भारी बंदोबस्त छल। मिरानिसे के सेनानी द्वारा जबरदस्त प्रतिरोध कैल गेल। बैरिकेड के त एक बेर तोरि देल गेल। परन्तु पुनः पुलिस और जमा भ गेल। किछु लोक के मत छल जे एतहिये पुतला दहन क देल जै। परन्तु इ हमरा सब के मंज़ूर नै छल। एक बेर जखन मिरानिसे हरीश रावत के घर पर पहुँचबाक घोषणा क देने छल तखन त जेना तेना ओतय पहुँचबाक छल। 

तखन इ निर्णय अपना में भेल जे पुलिस के चकमा द के 5-5 के संख्या में अलग अलग रूप स सेनानी सब हरीश रावत के घर पर पहुंची आ फेर अचानक धावा द दी। बस फेर की धीरे धीरे हम सब ओतय पहुँच लगलौ।
करीब 4:30 के करीब हम सब तीन मूर्ती लेन में छलौ। ओकरा बगले में प्रधानमंत्री आवास अछि। आला दर्ज़ा के सुरक्षा के इंतजाम छल। जखने हम सब हरीश रावत के घर के गेट पर पहुँचल की चारू दिस स करीब सौ पुलिस बला घेर लेलक। मुदा टखने ANI के रिपोर्टिंग टीम ओतय पहुँच गेल। ओ कवर कर लागल। फेर भिसन गर्जना भेल। नाराबाजी स पूरा क्षेत्र गुंजि गेल। और पुलिस पहुंचल। हरीश रावत के सुरक्षा में तैनात ACP के ज्ञापन देल जाइत छल की तखने सेना के लोक पुनः जोरशोर स नारा लगब लागल। बस फेर की छल ओकर गेट के सामने सेना के लोक सब ज़मीन पर बैस गेल। इ देख पुलिस दस्ता हमरा सब के अरेस्ट क लेलक। ओकरे प्रतीक्षा छल। पुलिस गारी में जखन हमरा सब के ल के निकलल पूरा रास्ता , जंतर मंतर तक, हम सब पुलिस के गारी के तिरपाल के फारि के नारा लगबैत गेलौ। जंतर मंतर पर हमरा सब के छोरी देल गेल। फेर ओतय नारेबाजी हेब लागल।
अंततः करीब 9 बजे राइत में घर के लेल बिदा भेलौ आ 11:30 बजे घर पहुंचल।
सही में काइल के दिन एतिहासिक छल। आब कोशिश इ हेबाक चाही जे जेहेन मैथिल एकता काइल भेल ओकरा कोना कायम राखल जै? आगाँ के कार्यक्रम के लेल इ एकता कोना मिथिला राज्य आन्दोलन के गति देत??
जय मिथिला जय मिरानिसे।

हरीश रावत के वयान पर मिथिलावासी सहित हिन्दू धर्म से जुड़े लोगो ने किया विरोध प्रदर्शन

नई दिल्ली जंतर मंतर सहित हरीश रावत के निवास पर रविवार को मिथिलावासी सहित अन्य ने भी किया जमकर विरोध प्रदर्शन जिसमे अखिल भारतीय मिथिला संघ, मिथिला राज्य निर्माण सेना , विस्व मैथिल परिषद् ,मिथिला सेवा समिति,अखिल भारतीय मिथिला पार्टी, जन जागृति मंच सहित कई मिथिला के संस्था एक साथ मिलकर हरीश रावत का वयान कि सोनिया गांधी भी विदेशी है और भारत में पूजी जाने बाली माता सीता भी विदेशी है इस बात पर आक्रोश जताया . रावत को ये नहीं पता कि माता सीता का भारत कि भौगोलिक क्षेत्र सीतामढ़ी के पुनौराधाम में अवतरित हुई थी / हमारे देवी देवताओं कि तुलना सोनिया गांधी से किया जाना बहुत ही शर्मनाक बात है / हरीश रावत इतिहास और रामायण जैसे ग्रन्थ का पढ़ना बहुत जरुरी है /
अभिल भारतीय मिथिला संघ के अध्यक्ष ने ज्ञापन देते हुए कहा कि वो मीडिया के सामने जिस तरह ऐसी वयान दिया उसी तरह मिडिया के सामने माफ़ी मांगे नहीं तो मिथिलावासी सहित देश कि हिन्दू धर्म जुड़े समुदाय के साथ - साथ माता सीता भी कभी माफ़ नहीं करेंगे / इसके लिए रावत को सात दिनों का समय दिया जाता है , अगर माफ़ी माँगा तो ठीक नहीं बड़े पैमाने पर जन आंदोलन किया जाएगा-
आँखों देखा हाल -  

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें