गुरुवार, 23 फ़रवरी 2012


मिथिलाक गाम घर :


हमारा लग रहब : ८ 


मिथिल्लक गाम घर :  बिबाहक बाद लाज दाख केर एकदम ताख पर राखी देलकैक माला । बात घाट भेट भेला पर तेना मूस्किया उठैक , ततेक आक्रामक मुद्रा में झाप्तैक जे प्रणव के पहिने स बेशी डर भ जैक ?  गाम में अधिक काल बौआइते रहित छलैक माला आ ओकर छाह स छिह काटैत रहित छल प्रणव । नहीं जानी कतेक डर पीसी गेलिक ओकरा मों में ।




मुदा शिला स्कूल जाइते रह्ल्कैक । कहूना पास करैत मेट्रिक धरी पहूची गेलिक ,  बीच में माला एक बेर द्विरागमन में नाम लेल सासुर गेलिक आ नवे दिन में घुरी क जे आय्लैक से फेर सासुर जयबाक नाम नहीं लेलकैक । बहूत रास खिस्सा पसरी गेलिक ओकरा बारे म ।  प्रणव के दोस्त महिम , सभ टा गाम के छुरा सभ , छुरे नहीं जूआँ को - बूध्बो  सभ खिस्सा में रस लेब  लाग्लैक । खिस्सा नम्रित गेलिक ।




मुदा शिल्ला दोसरे रंगक बहरेलैक । प्रणव स 2 बर्षक छोट छलैक ओ ।  माला ओकरे बतारी रहैक । मुदा देह स दुब्बरी पातरी भ ओ के शिला अपन ब्यास स पिघ लागेक ।  एकदम गंभीर आ शांत ।  पिंद्दसयाम मुदा चमकैत रंग । पातर  लाल थोर , कनेक उथल सन छोट नाक ।  पिघ पिघ दब दब करैत आखी ।  हासिक टी एकदम छोट नेना  सन भ जैक आकृति मुदा , अधिक काल थोर स थोर सटल ।  सलवार फ्रोक्क  बदला में हाई स्कूल आबैत देरी साड़ी पहीर लागल रहैक , से आर  पैघ लागेक ।




प्रणव के ओही स बेसी नीक त वैह शिला लागैत छलैक  जे ओकरा पीठ पर बेत लागला स खिल खिला क हसित छलैक । ओही शिला स ओतेक दर नहीं होइत छलैक  ओकरा । मुदा अई शांत गूम शुम  शिल्ला स ओकरा ब़र दर होइत छलैक ।  क्लास में ओकरा दिश  तकबाक साहसे  नहीं होइत छलैक ।




ओना कखनो काल  धोका धाखी स यदि ओम्हर दृष्टी चल जैक त किक बेर लागेक जेना ओ ओकरे देखि रहल छलैक आ ओकर सटल ठोर पर   कने मुस्की छलैक । मुदा फेर नीक  स dekh laa  पर लागेक जेना ओकर bharam  छलैक । ओ त ohinaa गंभीर आ शांत  छलैक आ ठोर parr ठोर saataal  छलैक  

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