शनिवार, 24 दिसंबर 2011

मिथिला राज्य के लेल दिल्ली के जंतर-मंतर पर धऱना


बिहार सं अलग मिथिला राज्य के लेल दिल्ली के जंतर-मंतर पर धऱना देल गेल. मिथिला राज्य संघर्ष समिति केर कार्यकर्ता दोसर संस्था सभ के संग धरना-प्रदर्शन पर बैसलाह.


भीख नहि अधिकार चाही...हमरा मिथिला राज्य चाही के नारा लगाबैत कार्यकर्ता सभ दिसंबर के एहि कुहरा देबय वाला दिल्ली के सर्दी मे माहौल के
गरमैने छलाह.

एहि धरना -प्रदर्शन मे सैकड़ों लोक शामिल भेलाह.

अलग राज्य के मांग के लेल भेल एहि धरमा मे शामिल होए लेल लोक दरभंगा...मधुबनी... सहरसा...पूर्णिया...अररिया...पटना... रांची...मुजफ्फरपुर के संग-संग मुंबई...चेन्नई...कानपुर...फिरोजाबाद समेत देश के कोना-कोना सं आएल छलाह.

अंतरराष्ट्रीय मैथिली परिषद के अध्यक्ष डॉ कमल कांत झा जी के संग मिथिला राज्य संघर्ष समिति के रत्नेश्वर झा आओर कौशल झा जी एहि धरना के सफल बनएबाक लेल दिन राति एक करने छलाह.

एहि मे हिनका सभ के काफी कामयाबी सेहो मिललन्हि. मैथिल लोक सभ के जोरदार समर्थन मिललन्हि हिनका सभ के. बस सरकार के समर्थन मिल जाए तं बात बनि जाए.

हिनकर सभ के कहनाए छलन्हि जे मिथिला राज्य केर मांग देश के आजाद भेलाह के बाद बनल पहिल राज्य पुनर्गठन आयोग के समय सं भ रहल अछि.
मुदा केंद्र आओर राज्य सरकार एहि पर कहिओ ध्यान नहि देलक.

मिथिलाक इलाका जे बिहार के 24 आओर झारखंड के 6 जिला मे फैलल अछि...सरकार के अनदेखी के कारण काफी पिछड़ल अछि.

एहि ठाम विकास के किरण नहि देखाएत अछि. सरकार के भेदभाव के शिकार होएत रहल अछि ई इलाका. नहि कोनो उद्योग-धंधा आओर नहि कोनो रोजगारक ठोस उपाय...नहि शिक्षा के नीक इंतजाम. लोक के पढ़ाई लिखाई सं लsक नौकरी लेल दौसर ठामक राह देखय पड़ैत अछि.

रौदी-दाही सं हर साल जुझय वाला ई इलाका सरकारी मदद के लेल तरसैत रहैत अछि. कोनो साल एहन नहि रहैत अछि जे बाढ़ि सं लोक के खेत-खलिहान नहि दहाएत होए.

एहन नहि अछि जे सरकार छोट-छोट दोसर राज्य नहि बनौलक...मुदा मिथिला के बिसरौने रहल. लोक सभ बर्दाश्त करैत रहलखिन्ह मुदा आब हुनकर धीरज जवाब देने जा रहल अछि.

एहि लेल ओ बिहार छोड़ि दिल्ली मे धरना-प्रदर्शन करय लेल आबय लगलाह. देखिऔ आबहुं सरकार के कान मे एहि हुंकार के आवाद पहुंचैत अछि कि नहि.

धरना के जगदीश शर्मा ...ऋषि शर्मा..दिनेश शर्मा...राकेश शर्मा...मदन सिंह आओर राधेश्याम शर्मा जी सेहो संबोधित करलखिन्ह.

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