Pravin Narayan Choudhary ---
समय-समयपर हम पूछैत रहब - कोनो काज एसगरे नहि होइत छैक - केवल किछु सदस्यके प्रतिबद्धता सऽ एतेक पैघ आन्दोलन पृथ्वीपर सफल हेतैक से संभव नहि छैक। ताहि हेतु, अपने जतेक मित्र एहिठाम छी, यदि एको आंजुर कऽ के भीख दऽ देबैक तऽ क्रान्ति तुरन्त रंग अनतैक। भीख अहाँके अर्थके नहि चाही। अर्थके व्यवस्था एक बेर आ अनेक बेर महादेवपर छोड़ू अपने लोकनि। जिनका ...स्वेच्छा होय से सदस्यता ली, आ सदस्यताके लेल जे शुल्क बान्हल छैक से पठबैत रही। एहि सऽ अहाँके कोनो प्रभाव नहि पड़त मुदा संस्था क्रमशः मजबूत होइत रहत। सदस्यता के लेल संस्थाके जे खाता अछि से हम पुनः एतय दोहरा रहल छी:
A/C - 31742944456, STATE BANK OF INDIA, BRANCH - RAHIKA, DISTT. - MADHUBANI. BRANCH CODE- 5897.
*जौँ अपन राशि पठाबी त पठेलाक बाद 9661042056 पर अवश्य सूचना दी। श्री प्रकाश चौधरी - कोषाध्यक्ष, दहेज मुक्त मिथिला, पंजी भवन, सौराठ सभागाछी, मधुबनी।
एक आँजुर भीख:
आखिर इ एक आँजुर भीख के तात्पर्य अपने स्वयं कि लगा रहल छी...? अपनेक सदस्यता मात्र?? जी नहि!! बिलकुल नहि!! सदस्यता तऽ वैह लैथ जे इ शपथ ग्रहण करैथ कि दहेज के व्यवहार पूर्णतः बन्द। नहि लेब, आ नहि देब। तखनहि टा सदस्यता ली। अन्यथा अपनेक कोनो सहयोग दहेज मुक्त मिथिलाके नहि चाही। इ संस्थाके स्थापनाके पाछां केवल एतबी उद्देश्य छैक जे दहेज के स्वेच्छा सऽ विरोध करनिहार टा एहि में जुड़ैथ आ हुनकहि भीख याने एक आँजुर भीख सऽ इ संस्था चलौक। जानकारी दी... किछु महानुभाव जे अपना आपके पाइवाला बुझैत छथि ओ कहलखिन जे सदस्यता तऽ नहि लेब, मुदा सहयोग देब। हम सभ ओहेन मानसिकताके तुरन्त आग्रह कयल जे माफ करब, सदस्यता नहि लेब याने अहाँके एहि संस्थाके मौलिकताप्रति नैतिक समर्थन नहि भेल... तखन सहयोग केहेन देब। वर्ड्सवर्थके एक कविता अपने लोकनि पढने होयब - Sympathy is far better than gold! सहानुभूति सोना सऽ बहुत बेसी नीक होइछ। अवश्य! अपने केवल सहानुभूति दियौक। अपनेक गोल्ड यदि एहि संस्थामें लगतैक, तऽ एकरो घून लागि जेतैक। कारण पाइ सऽ बेसी गंदा एहि संसार में दोसर किछु नहि होइछ। कहैत छैक ने - कंचन आ कामिनी... जी, एहि दुनूके पाछां जे गेल, ओ सदा के लिये धैंसि गेल। :(
तखन एक आँजुर भीख कि तऽ?
जी!! एक आँजुर भीख याने एक मुट्ठी चाउर दे, घुरमा लगा दे!! अपने केवल प्रतिबद्ध बनियौक जे आब नहि तऽ दहेज लेब, आ नहिये दहेज देब। बेटा आ बेटी एक समान अछि। बेटीके भ्रूण हत्या नहि करबैक। बेटीके जी खोलिके शिक्षा देबैक। कतहु कन्नि नहि कटबैक। महिला ऊपर प्रत्यक्ष-अप्रत्यक्ष अत्याचारके बन्द करबैक। स्वेच्छा सऽ कोनो लेन-देन आशिर्वाद थीक - एकरा दहेज के नाम तखनहि पड़तैक जखन लोभरूपी माँग राखल जेतैक। एहि के लेल आडंबर संग सेहो लड़य पड़तैक। शौख पूरा करू... लेकिन एहि के लेल कट्ठा-बिग्घा जुनि बेचू। यावत् जीवेत् सुखम् जीवेत् - ऋणम् कृत्वा घृतम् पीवेत। इ चर्वाक के जे कठोर नास्तिकवादी सोच छल एहिपर चलनाइ छोड़ै जाउ। केवल अपन प्रतिबद्धता एहि संस्थाके मौलिकता प्रति अपन नैतिक समर्थन दियौक आ जखन इ इच्छा होय जे एकर सदस्यता लेल जाय, तखनहि लेब। कार्यक्रममें सहभागी बनब। कोनो काज वास्तविकताके धरती पर करबावैय लेल सहयोग दैत रहब। एकरे बुझबैक - अपन एक मुट्ठी चाउर। पाइ लऽ के कि हेतैक?
अगिला कार्यक्रम छैक दिल्लीमें - २८ सेप्टेम्बर - एहि पर अन्तिम घोषणा कैल जायत अगिला शनिवार के। हम तऽ बाबाधाम के रास्तामें रहब, आ बाबा संग प्रार्थना करैत रहब जे अपना सभके एहि मूहिम के सफलता भेटैत रहय आ बेटी सभके मनोबल उच्च रहय। लेकिन पंकज भाइ एहि मूहिम के डोरी सम्हारैत रहता आ राघवेन्द्रजी, अभिषेक आनन्दजी, सुनीलजी, संतोषजी, आ हिनका सभ संग जुड़ल अनेको कार्यकर्ता बाबाके नाम लऽ के भीरल रहथिन आ काज आगां बढैत रहतैक - से वादा अछि। अपने लोकनि अपन प्रार्थना आ आशीर्वाद दुनू एहि मूहिम के अपार सफलताके लेल दैत रहबैक।
जय मैथिली! जय मिथिला!!
समय-समयपर हम पूछैत रहब - कोनो काज एसगरे नहि होइत छैक - केवल किछु सदस्यके प्रतिबद्धता सऽ एतेक पैघ आन्दोलन पृथ्वीपर सफल हेतैक से संभव नहि छैक। ताहि हेतु, अपने जतेक मित्र एहिठाम छी, यदि एको आंजुर कऽ के भीख दऽ देबैक तऽ क्रान्ति तुरन्त रंग अनतैक। भीख अहाँके अर्थके नहि चाही। अर्थके व्यवस्था एक बेर आ अनेक बेर महादेवपर छोड़ू अपने लोकनि। जिनका ...स्वेच्छा होय से सदस्यता ली, आ सदस्यताके लेल जे शुल्क बान्हल छैक से पठबैत रही। एहि सऽ अहाँके कोनो प्रभाव नहि पड़त मुदा संस्था क्रमशः मजबूत होइत रहत। सदस्यता के लेल संस्थाके जे खाता अछि से हम पुनः एतय दोहरा रहल छी:
A/C - 31742944456, STATE BANK OF INDIA, BRANCH - RAHIKA, DISTT. - MADHUBANI. BRANCH CODE- 5897.
*जौँ अपन राशि पठाबी त पठेलाक बाद 9661042056 पर अवश्य सूचना दी। श्री प्रकाश चौधरी - कोषाध्यक्ष, दहेज मुक्त मिथिला, पंजी भवन, सौराठ सभागाछी, मधुबनी।
एक आँजुर भीख:
आखिर इ एक आँजुर भीख के तात्पर्य अपने स्वयं कि लगा रहल छी...? अपनेक सदस्यता मात्र?? जी नहि!! बिलकुल नहि!! सदस्यता तऽ वैह लैथ जे इ शपथ ग्रहण करैथ कि दहेज के व्यवहार पूर्णतः बन्द। नहि लेब, आ नहि देब। तखनहि टा सदस्यता ली। अन्यथा अपनेक कोनो सहयोग दहेज मुक्त मिथिलाके नहि चाही। इ संस्थाके स्थापनाके पाछां केवल एतबी उद्देश्य छैक जे दहेज के स्वेच्छा सऽ विरोध करनिहार टा एहि में जुड़ैथ आ हुनकहि भीख याने एक आँजुर भीख सऽ इ संस्था चलौक। जानकारी दी... किछु महानुभाव जे अपना आपके पाइवाला बुझैत छथि ओ कहलखिन जे सदस्यता तऽ नहि लेब, मुदा सहयोग देब। हम सभ ओहेन मानसिकताके तुरन्त आग्रह कयल जे माफ करब, सदस्यता नहि लेब याने अहाँके एहि संस्थाके मौलिकताप्रति नैतिक समर्थन नहि भेल... तखन सहयोग केहेन देब। वर्ड्सवर्थके एक कविता अपने लोकनि पढने होयब - Sympathy is far better than gold! सहानुभूति सोना सऽ बहुत बेसी नीक होइछ। अवश्य! अपने केवल सहानुभूति दियौक। अपनेक गोल्ड यदि एहि संस्थामें लगतैक, तऽ एकरो घून लागि जेतैक। कारण पाइ सऽ बेसी गंदा एहि संसार में दोसर किछु नहि होइछ। कहैत छैक ने - कंचन आ कामिनी... जी, एहि दुनूके पाछां जे गेल, ओ सदा के लिये धैंसि गेल। :(
तखन एक आँजुर भीख कि तऽ?
जी!! एक आँजुर भीख याने एक मुट्ठी चाउर दे, घुरमा लगा दे!! अपने केवल प्रतिबद्ध बनियौक जे आब नहि तऽ दहेज लेब, आ नहिये दहेज देब। बेटा आ बेटी एक समान अछि। बेटीके भ्रूण हत्या नहि करबैक। बेटीके जी खोलिके शिक्षा देबैक। कतहु कन्नि नहि कटबैक। महिला ऊपर प्रत्यक्ष-अप्रत्यक्ष अत्याचारके बन्द करबैक। स्वेच्छा सऽ कोनो लेन-देन आशिर्वाद थीक - एकरा दहेज के नाम तखनहि पड़तैक जखन लोभरूपी माँग राखल जेतैक। एहि के लेल आडंबर संग सेहो लड़य पड़तैक। शौख पूरा करू... लेकिन एहि के लेल कट्ठा-बिग्घा जुनि बेचू। यावत् जीवेत् सुखम् जीवेत् - ऋणम् कृत्वा घृतम् पीवेत। इ चर्वाक के जे कठोर नास्तिकवादी सोच छल एहिपर चलनाइ छोड़ै जाउ। केवल अपन प्रतिबद्धता एहि संस्थाके मौलिकता प्रति अपन नैतिक समर्थन दियौक आ जखन इ इच्छा होय जे एकर सदस्यता लेल जाय, तखनहि लेब। कार्यक्रममें सहभागी बनब। कोनो काज वास्तविकताके धरती पर करबावैय लेल सहयोग दैत रहब। एकरे बुझबैक - अपन एक मुट्ठी चाउर। पाइ लऽ के कि हेतैक?
अगिला कार्यक्रम छैक दिल्लीमें - २८ सेप्टेम्बर - एहि पर अन्तिम घोषणा कैल जायत अगिला शनिवार के। हम तऽ बाबाधाम के रास्तामें रहब, आ बाबा संग प्रार्थना करैत रहब जे अपना सभके एहि मूहिम के सफलता भेटैत रहय आ बेटी सभके मनोबल उच्च रहय। लेकिन पंकज भाइ एहि मूहिम के डोरी सम्हारैत रहता आ राघवेन्द्रजी, अभिषेक आनन्दजी, सुनीलजी, संतोषजी, आ हिनका सभ संग जुड़ल अनेको कार्यकर्ता बाबाके नाम लऽ के भीरल रहथिन आ काज आगां बढैत रहतैक - से वादा अछि। अपने लोकनि अपन प्रार्थना आ आशीर्वाद दुनू एहि मूहिम के अपार सफलताके लेल दैत रहबैक।
जय मैथिली! जय मिथिला!!
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