शुक्रवार, 29 जुलाई 2011

दहेज मुक्त मिथिला के तरफ सँ विभिन्न नगरके -- कार्यकर्ता ( बहुत गोटे स्वयं जिम्मेवारी लेने छी )


 
दहेज मुक्त मिथिला के तरफ सँ विभिन्न नगरके जे चार्ज बहुतो जुड़ल सदस्य सभ लेने रही से अपन-अपन नेतृत्वमें किछु-किछु कार्यक्रम घोषणा करै जाइ। एहि सँ सभके संस्थाके वर्तमान प्रगति, सौराठके सफल आयोजन, पंजियन लेल बाकी काज, वर्तमान उद्देश्य आ आगामी दिल्ली कार्यक्रम एहि प्रमुख विन्दुपर सभके जानकारी सेहो दऽ देबैन आ संगहि सभके नैतिक जागरण करैत एहि... मूहिममें जुड़य लेल आग्रह करबनि। हम स्मरण कराबय लेल चाहब:

१. सोनु मिश्रा, पटना (आइ के दिनमें अहाँके कृष्णानन्दजी सेहो सहयोग करताह।)
२. राजु ठाकुर, मद्रास
३. अमित झा, बंगलौर
४. विकास झा, जमशेदपुर
५. अरविन्द झा, कलकत्ता (राघवेन्द्रजी सेहो सहयोग करताह।)
६. अभिषेक आनन्द, दिल्ली (राघवेन्द्रजी, संतोषजी, विभिन्न मित्र सभ सेहो सहयोग करताह।)
७. मदन ठाकुर, नोएडा
८. पंकज भाइ, मुंबई (जितमोहनजी आ संदीपजी सेहो सहयोग करताह - ओनाहू अहाँ पहिले सऽ निर्णय केनहिये छी जे कार्यक्रम करबैक।)
९. राकेश रौशन, वाराणसी (सहयोग के आकांक्षा रहलापर आरो कार्यकर्ता देल जा सकैत अछि।)
१०. चन्दन झा, रायपुर
११. प्रकाश भाइ, मधुबनी
१२. प्रवीण चौधरी, बिराटनगर (एवं अन्य - यथासंभव)
१३. पवन झा, जनकपुर
१४. देवेन्द्र मिश्र, राजबिराज
१५. धीरेन्द्र भाइजी, काठमाण्डु संग अन्यत्र
१६. अजित भाइजी, लेखक बीच एवं अन्यत्र
१७. कुञ्जबिहारी मिश्रजी, अपन प्रत्येक कार्यक्रम में
१८. सियाराम झा सरस, अपन कार्यक्रम में
१९. डा. देवेन्द्र झा, अपन कार्यक्रम में
२०. सत्यानन्द पाठक, गुवाहाटी
२१. संजय घोष, सिलिगुड़ी एवं भूटान

एतेक सदस्य एवं गणमान्य लोकनि जाहिमें बहुत गोटे स्वयं जिम्मेवारी लेने छी से हमरा स्मरण अछि - यदि किनको कोनो प्रकारके असुविधा होय तऽ जानकारी दी जाहि सँ वैकल्पिक व्यवस्था देखल जाय। किछु सदस्यके नाम हम बिसैर गेल होइ तऽ अपनहि जानकारी देब। संगहि बहुतो महत्त्वपूर्ण व्यक्तित्व सभ संग एखन सम्पर्कके सिलसिला चलिये रहल अछि। समय-समय पर जानकारी दैत रहब। सभ गोटे मिलिके यथार्थके धरातलपर दहेज मुक्त मिथिलाके अभियानके जोर-शोर सऽ चलाबी से आग्रह।

योजनानुसार मिथिलाके हर गाम में हमरा लोकनिक प्रवेश आ संगठन निर्माण सेहो छल जे पंजियन में देरी के कारण लटकल अछि। पंडित विश्वमोहन चन्द्र मिश्रजीके अध्यक्षतामें एक पंजिकार भ्रमण टोलीके गठन के बात सेहो छल जाहि लेल दिल्लीके कार्यक्रम उपरान्त आवश्यक पहल होइक से जानकारी देबय चाहब।

अपने लोकनि सँ आग्रहजे अपन विचार सेहो निरंतर दैत रहियौक।

जय मैथिली! जय मिथिला!!

हरिः हरः!! 

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