गुरुवार, 7 अप्रैल 2011

दहेज़ मुक्त मिथिला

             दहेज़ मुक्त मिथिला
जन - जन  के  अबैत अछि आबाज ,
दहेज़ मिटाओ यो  मिथिला के राज |
गुजराल   बुढ     पूरानक      बात ,
नव युवक रखैया आई अपन आगाज ||
         दहेज़  मुक्त मिथिला  बनाऊ आब -
जुग बितल आयल नव जमाना ,
संस्कृति बचाऊ सब  मारैया ताना |
कोट    - कचहरी वियाह करैया ,
कन्यादान के    आब    बुझैया ||
नव युवक मंगैया आब अपन  जबाब
       दहेज़  मुक्त मिथिला  बनाऊ आब -
अहिना चलत ज ई  जोड़  - जमाना ,
की - की नै करत नव युबक  अपन बहाना |
बात मानू सब खाऊ मिल किरियो ,
बेटा - बेटी  में लेब नै  दू टा कोरियो  ||
नब युवक के देखू  आयल  राज
       दहेज़  मुक्त मिथिला  बनाऊ आब -
गाम - गाम में रह्त ई शान ,
बेटा नै बेचीलैथी छैथि निक इंशान |
दोसरक घर के भीख ज़ोउ मांगब ,
भीख मांगा के  नाम  से  जानब ||
नव युबक बात पर राखु आब नाज
      दहेज़  मुक्त मिथिला  बनाऊ आब -
छी परदेशी या  कउनु सहरी ,
सुनू पुकार  आई  मिथिला  के |
जों संस्कृति छोरी गेला ओ ,
संतान कहओता ओ दोगला के |
नव युबक बात के नै मनाब खाराप
    दहेज़  मुक्त मिथिला  बनाऊ आब -

जय मैथिल , जय  मिथिला
मदन कुमार ठाकुर
 


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