गुरुवार, 28 नवंबर 2024

साब बहुत जुल्म हुआ दलितों पे ..

*एक शूद्र की बेटी ने राजपुतों पर लेख लिखा है:----

*मै जाति से हरिजन हूँ मेरा नाम मानसी कुमारी है, और मैं बिहार कटिहार की रहने वाली हूं। गोवा में रहकर software engineering  की पढ़ाई करती हूं।* लेकिन आज एक *ठाकुरवादी (राजपूती) पोस्ट* लिख रही हूं।

*राजपूतो के बारे में कहा जाता है:......

*अजी साहब बहुत भेदभाव हुआ दलितों के साथ। उनसे खेतों में काम कराया गया। हरवाही कराई गई। गोबर उठवाया गया। उन्हें शिक्षा से वंचित रखा गया।*

*साब बहुत जुल्म हुआ दलितों पे .......

यह बात बहुत जोरों से सोशल मीडिया,मास मीडिया के माध्मय से लोगो को बताई जा रही है।

मगर *1400 साल पहले जब मक्का से इंसानी खून की प्यासी इस्लाम की तलवार लपलपाते हुए निकली तो ......

एक झटके में ही...ईरान,इराक,सीरिया,मिश्र,दमिश्,अफगानिस्तान, कतर, बलूचिस्तान से ले के मंगोलिया और रूस तक *ध्वस्त होते चले गए।*

स्थानीय धर्मों परम्पराओं का तलवार के बल पर  लोप कर दिया गया और *सर्वत्र इस्लाम ही इस्लाम हो गया।*

शान से *इस्लाम का झंडा आसमान चूमता हुआ अफगानिस्तान होते हुए सिंध के रास्ते हिंदुस्तान पहुंचा।*

पर यहां पहुंचते ही *इस्लाम की लगाम आगे बढ़ के क्षत्रियों ने थाम ली जिसके कारण भीषण रक्तपात हुआ।*

*आठ सौ साल तक क्षत्रिय राजवंशों से ले के आम क्षत्रियों ने इस्लाम की नकेल ढीली न पड़ने दी।इनका साथ भी दिया जाटों ने,गुज्जरों ने, यादवों ने, ब्राह्मणों ने वैश्यों ने ......*

पर ये लोग फ्रंट लाइनर नही रहे कभी।सिर्फ *आत्मरक्षार्थ डटे रहते थ.!

असली लड़ाई राजपूतो (ठाकुरों) ने ही लड़ी ..!*

एक समय ऐसा आया जब *18 साल से ऊपर के लड़के ही न रहे क्षत्रियों में विधवाओं का अंबार* लग गया। इसी वजह से *सती प्रथा जौहर* जैसी व्यवस्थाएं आकार लेने लगी।

राजपूतानिया खुद आगे बढ़कर *अपने पति,बेटो को युद्ध मे तिलक लगाकर* भेजती थी और *खुद जोहर* करती थी।ताकि *कोई गैर उनके शरीर को हाथ भी न लगा सके।

परिणामतः UP जैसे बड़े राज्य में ये *राजपूत घट के 1 % से भी नीचे* आ गए। जनसँख्या बढ़ने के बाद *अब लगभग 9% तक* पहुंचे हैं। किसी-किसी राज्य में तो इनकी *जड़ ही गायब* हो गई।

जबकि तथा कथित *शोषित वर्ग खुद को 54% बतलाता है ..!

जिसका नतीजा यह हुआ के इस्लाम यहीं फंस के रह गया और आगे नही बढ़ पाया। 

परिणामतः-- *चाइना, कोरिया,जापान, नेपाल जैसे भारत के पूर्वी राज्य इस्लाम के हमले से बच गए।*

इतना सब कुछ *झेलने के बाद भी कहीं किसी इतिहास में ये नही मिलेगा, की इस्लाम के खिलाफ लड़ाई में क्षत्रियों ने खुद न जा के किसी और जाति  को मरने के लिए आगे कर दिया।*

*बाकी जातियों में जो लड़े वो आत्म रक्षार्थ ही लड़े।*

राजपूत अपने *नाबालिग बेटे कुर्बान करते रहे पर कभी अपने कर्म से विमुख न हुए।* सामाजिक *जातीय वर्ण व्यवस्था का पूरा ख्याल रखा।जिसके वजह से आज की हिन्दू पीढ़ी मुसलमान होने से बची* रह गई।

राजपूतो में आपसी मतभेद होने के वजह से मुसलमानों का भारत पे अधिकार तो हो गया लेकिन 800 सालों में भी भारत को इस्लामिक देश नही बना पाये।

कुछ को छोड़ बाकी पूरा समाज सदा ही इनका ऋणी रहेगा।

बाकी तो *हर जगह राजपूतों को अत्याचारी ही बताया गया है* रही सही *कसर बॉलीवुड ने पूरी कर दी* हर फिल्मों में इन्हें *अत्याचारी ठाकुर दिखा दिखा के लोगो के दिमाग मे इनकी गलत छवि* पेश की गई।

लेकिन ये *नही दिखाया कि जब मुस्लिम तलवारे रक्त मांगती थी तब पहला सिर इन राजपूतानी माँओ ने अपने पति और बेटों* का दिया है। कद्र करो इनकी सभी लोग और अहसान मानो ये न होते तो आज *किसी मस्जिद में नमाज पढ़* रहे होते।

जिनके *दादा परदादा राजपूती तलवार के छत्रछाया में न केवल जिंदा रहे बल्कि अपने धर्म को बचाये रखने में कामयाब रहे आज वही लोग राजपूतों पर जातिवाद का आरोप* लगाते है। इतिहास पता करो राजपूतों को गाली देने से पहले। *हिंदुत्व की रक्षा में इस कौम ने अपनी संतानों की बलि चढ़ा* दी धन्य है वो *राजपूती नारियां।*

धन्य धन्य धरा जंहा की *शक्ति भक्ति* और 

*स्वाभिमान कभी बिका नही*

धन्य था वो *शूरवीर राणा* जिसकी 

ताकत के  आगे *अकबर तक टिका नही।*

क्या *फौलादी सीना था उस राणा* का 

*टकराकर तीर सीने में टूट जाते* थे।

*हिनहिनाता था जब चेतक* तो 

मुगलों के *छक्के छूट जाते* थे

ऐसा *भगवा उड़ाया राणा ने हल्दीघाटी* में कि *सूर्यदेव भी छिप गए गगन पर*

और *आदमी तो आदमी एक घोड़े* ने 

*जान दे दी वतन पर*

धन्य है ऐसे राजपुताना वीरों को जिनके *शब्दकोश में डर शब्द ही नहीं* था।

मेरा हमेशा नमन रहेगा राजपुतो *आपको और आपके वंश* को

राजपूतों ,ब्राह्मणों , जाट , गुज्जर भाइयो बहनों से निवेदन है कि इस पोस्ट को शेयर करके ज्यादा से ज्यादा लोगो तक भेजिये ताकि लोगो को राजपूतों के बलिदान और वीरता से अवगत कराया जा सके और जो लोग कहते है *राजपूतों ने शोषण किया है उनके मुँह पर तमाचा मारा* जा सके।।

                  🙏सादर🙏

      एक सनातनी शूद्र की बेटी

आनेवाले समय मे "भारत" के लिए चुनौतियां ज्यादा हैं,

*अमेरिका पिछले 100 सालों से सुपरपावर है ।। उनको चुनौती देने वाले हर देश को उन्होंने तोड दिया है , बरबाद कर दिया,,*

*जापान ने चुनौती दी तो खतम कर दिया,, USSR ने चुनौती दी तो 17 टुकड़े कर दिए,,*

*इराक ने सर उठाया तो बरबाद कर दिया।*

*आजकल चाईना की बारी है । आगे भारत की भी आएगी।* 

*पिछले 100 सालों से दुनिया के टॉप टेन उद्योगपतियों में अमेरिका के उद्योगपतियों का दबदबा रहा है,, टॉप 10 मे से 8,,9 सिर्फ अमेरिकी उद्योगपति ही होते हैं दूर दूर तक कोई नहीं,,,*

*चीन के "जेक मा" ने तीसरा स्थान हासिल किया तो उनके खिलाफ ""लॉबिंग" शुरु हुई ओर उनको भागना पडा,,*

*अमेरिका की ताकत उनका उद्योग है वो टेक्नोलॉजी और बिजनेस के दमपर पूरी दुनिया को अपने काबु में रखता है,,*

*अगर कोई भी देश अथवा उद्योगपति उनको टक्कर या चुनोती देगा तो वो अरबों  रुपये खर्च कर के उनको बर्बाद कर देगा,,,

*पिछले पांच सालों मे भारतीय उद्योगपति "अडानी " उंची उडान भर रहा था,,, पिछले साल वो दुनिया का दुसरा सबसे बडा उद्योगपति बन चुका था,, अगर यही रफ्तार रहती तो 2024 में दुनिया का सबसे बडा उद्योगपति बन जाता,, दुनिया भारत की तरफ देखती,,*

*भारत "मेक इन इंडिया" का अभियान चला रहा है,, भारत बहुत बडा बाजार है ,, अगर भारत आने वाले 20 वर्षो मे आत्मनिर्भर बन जाता है।*

 *तो ,,अमेरिका,,युरोप,,चीन के साथ-साथ अरब वर्ल्ड को भारी नुकसान उठाना पडेगा‌। एक डालर $ के मुकाबले भारतीय रुपया मजबूत होता जाएगा,,,*

*भारत में भी लॉबिंग शुरू हो चुकी है ,,, हर देश मे " पप्पूओं " की कमी नहीं होती,,,मीडिया को खरीदा जा सकता है ,,,*

*Youtube,,Facebook ,,Google ,,, Twitter ये सारे प्लेटफार्म अमेरिका के हैं वो जब चाहे,, किसी के भी खिलाफ अभियान चला सकता है,,*

*भारत में मूर्खों,,पप्पुओं,,जयचंदों,, गद्दारों की कमी नहीं है,,*

*चीन में ये सब आसान नही है,, वहाँ लोकतंत्र नही है,,* 

*वहाँ प्रोपेगंडा,,झूठ फैलाना आसान नहीं है,,, चीन खुद भारत को आगे बढने से रोक रहा है  ।।*

*आनेवाले समय मे "भारत" के लिए चुनौतियां ज्यादा हैं,,*

*अफगानिस्तान में रशिया के खिलाफ "तालिबान" जैसे संगठनों को खड़ा करने मे अमेरिका ने अरबों,, खरबों डालर खर्च किया  था,,*

*भारत को अस्थिर करना तो और भी आसान है,, यहां देशद्रोही और गद्दारों की कमी नहीं है,, यहां के कुछ नेताओं के बयान देखो वो खुल्लम खुल्ला विदेशी एजंटो की तरह काम कर रहे हैं,,, जज बिकते है,,मीडिया बिकती है,,नेता बिकाऊ है ,,*

*जबतक भारत की जनता समझदार"" चालाक नहीं बनती तब तक भारत "सुपरपावर"" नहीं बन सकता,,*

*भारत बहुत बड़ा बाजार है कोई भी देश नहीं चाहेगा कि भारत आत्मनिर्भर बने इसलिए ऐसी बातें करने वाली सरकारों को हराना/गिराना होगा।*

*विदेशी ताकतें चाहती हैं भारत में "मिक्स" ( खिचडी) सरकार बने जिनको हर वक्त सरकार गिरने का डर हो।*

*भ्रष्टाचार वाली सरकार रहेगी तो अपने हिसाब से नीती,, नियम और कानून बना सकते हैं,, भारत में बिजनेस,,जरुरी शर्तो पर व्यपार करना आसान होगा।*

*पिछले दस सालों से भारत मे स्थिर और मजबूत सरकार है ,,*

*उन्हें परेशानी हो रही है कि भारत की सरकार खुद के उद्योगपतियों को मजबूत बना रही है। उनकी सोच है कि इनके पर कतरने पड़ेंगे, कोई भी देश की ताकत होती है उनके ""उद्योगपति" जो अपने देश के हुन्नर और चीजों की विदेशों में मार्केटिंग करता है,,सरकार का काम है उनके हितों  की रक्षा करना,,,*

*अगर आज* *""अडानी,,अंबानी,,टाटा,,महिन्द्रा,, दुनिया को चुनौती दे रहे हैं तो उनकी बरबादी जश्न मनाने वाले अपने देश के ये गद्दार क्या विदेशी एजेंट नहीं है,,??*

*इनको पहचानो ये वही जयचन्द है ।।*

 *ये जयचंद इतने जहरीले आस्तीन के साँप है कि इन्हें हर भारत विरोधी बात में खुशी मिलती है। देश की तरक्की से संबंधित कोई भी आकड़ा या रिपोर्ट ये मानने को तैयार नहीं हैं पर अगर देश के विरुद्ध इन्हें कहीं भी कुछ दिख जाए तो ये खुशी से पागल हो जाते हैं।*

*मीडिया तो मजबूर है,, बिकाऊ है,,वो इन गद्दार ने नेताओं से सवाल नहीं पूछेगी,,*

*लेकिन हम मजबूर नहीं है,,*

*इस पोस्ट को पढ़ने वाला 1 - 1 सदस्य कम से कम 20 आदमी को या तो ग्रुप को यह मैसेज फॉरवर्ड करने से और उन कांटेक्ट को आगे फॉरवर्ड करने का अनुरोध करने से यह इलेक्ट्रॉनिक मीडिया द्वारा हम भी अमेरिका के देश तोड़ने के अभियान को हरा सकते हैं, शिकस्त दे सकते हैं।*

*मेहनत तो हमें करनी ही पड़ेगी क्योंकि देश हमारा है, प्रधानमंत्री हमारा है, और इस देश से जुड़ा वर्तमान और भविष्य दोनों हमारा और हमारी पीढ़ियों  का है।*

*इस संदेश को कम से कम पांच ग्रुप मैं जरूर भेजे*

*कुछ लोग नही भेजेंगे*

*लेकिन मुझे यकीन है आप जरूर,भेजेंगे*

जय हिन्द 🚩🚩🚩

मंगलवार, 26 नवंबर 2024

हिंदुओं को मुस्लिम की तरह ही बनना पड़ेगा अगर, पृथ्वी पर रहना है तो!!

   


    जहाँ मुसलमान रहेगा...वहाँ फिर इन्सान नहीं बचेगा क्योंकि वह इन्सानियत को दुनिया से खत्म/ करेगा..* 

 *श्रीलंका में एक स्थान है करुनेगला ! यहीं पर एक काफी पुराना और प्रतिष्ठित अस्पताल है .. #करुनेगला टेक्निकल हॉस्पिटल ! पूरे शहर में एक ही अस्पताल है तो काफी भीड़ रहती है...* *चूंकि सिंहली और तमिल हिन्दू बहुल शहर है तो आम मरीज़ भी इन्ही समुदायों के होते हैं... कुछ परिवार #मुस्लिम भी हैं... चूंकि अस्पताल प्रतिष्ठित है, स्पेशलिस्ट डाक्टर भी खूब हैं तो दूर-दूर से मरीज़ आते हैं !... इसी अस्पताल के स्त्री रोग विभाग के अध्यक्ष अस्वाभाविक रूप से डाक्टर #मोहम्मद सीगु सियाब्दीन हैं जो गाइनकॉलजिस्ट हैं... 5 वक्त के नमाज़ी मुसलमान हैं...* 

            *यह नोटिस किया जा रहा था कि डॉक्टर मोहम्मद सियाब्दीन मुस्लिम #स्त्रियों का नसबंदी ऑपरेशन नहीं करते थे औऱ उन्हें नसबंदी के नुकसान गिनाते थे ! अपनी चेष्ठा में वह सफल भी रहते थे... अस्वाभाविक रूप से डाक्टर साहब के पास कोलंबों और करुनेगला जैसी जगहों पर 17 प्रॉपर्टी थीं,जिसकी #कीमत रु 400 करोड़ हैं...* 

           *उन्ही के अस्पताल में एक सिंहली गर्भवती नर्स को प्रसव का दर्द हुआ तो डॉक्टर मोहम्मद सियाब्दीन के पास पहुची... डाक्टर ने ऑपरेशन की सलाह दी... नर्स को तुरन्त एनस्थीसिया दिया गया ,ऑपरेशन किया गया... जब होश आया तो पता चला कि भ्रूण जीवित नहीं पाया गया... कुछ दिन बाद नर्स रिलीव होकर घर आयी तो उसे अपने शरीर मे कुछ अजीब #समस्याओं से दो-चार होना पड़ा !* *अल्ट्रासाउंड हुआ तो पता चला कि नर्स का #यूटेरस (बच्चेदानी) निकाली जा चुकी है... डाक्टर मोहम्मद सियाब्दीन से #पुलिस ने पूंछतांछ की तो पता चला कि* *बच्चेदानी..डाक्टर सियाब्दीन ने बगैर किसी को संज्ञान में लिए चुपके से निकाल दी है ... आप खुद समझ सकते हैं कि गर्भस्थ भ्रूण का क्या किया होगा ...* 

              *जब खबर अखबार में छपी और चैनलों में चली तो #श्रीलंका में तूफान आ गया... क्योकि सैकड़ों महिलाएं, जिन्होंने किसी भी अस्पताल में डाक्टर मोहम्मद सियाब्दीन से गर्भ संबंधी इलाज कराया था, अस्पतालों की ओर दौड़ पड़ीं..* *अस्पतालों में इन सिंहली और हिन्दू महिलाओं को #चैक किया गया तो पता चला कि डाक्टर मोहम्मद सियाब्दीन ने* *सबकी...#आपराधिक रूप से बगैर जानकारी दिए... प्रसव के दौरान नसबंदी कर दी थी ! कड़ी पूंछतांछ में डाक्टर सियाब्दीन ने बताया कि पिछले 15-20 सालों में उसने ऐसे लगभग #4000_ऑपरेशन किये हैं,जिसमे नसबंदी करके सिंहली और #हिन्दू औरतों को बांझ बनाया गया था ! काफी डाटा.. डाक्टर के #कम्प्यूटर और लैपटॉप से भी बरामद हुआ है....* 

            *अब चीजें खुल कर आ रही हैं... डाक्टर मोहम्मद सीगु सियाब्दीन साफी... आतंकी संगठन '#तौहीद जमात' से जुड़ा है... यह इस्लामिक संगठन....ISIS से सीधे जुड़ा है और श्रीलंका में अभी #चर्चो और होटल में हुए बम विस्फोटों में 400 लोगों की हत्या के लिए ज़िम्मेदार है ! पिछले 20 वर्षों में #हज़ारों सिंहली और हिन्दू औरतों को नसबंदी और यूटेरस निकाल कर बांझ बनाना...आज तक का सबसे #घिनौना अपराध इसलिए भी है क्योंकि डाक्टर मोहम्मद सियाब्दीन ने उन हज़ारों बच्चों की हत्या कर दी,जो पैदा होने वाले थे... परिवारों की #पीढ़ियां की पीढ़ियां खत्म कर दीं इस डाक्टर ने ! जिसका प्रभाव अनंतकाल तक चलता रहेगा ! यह जिहाद* *#अमेरिका में WTC पर हमला कर 3000 लोगों को मारने से भी हज़ार गुना बड़ा है ! फ्रांस में एक जेहादी द्वारा ट्रक से कुचल कर 90 लोगों को मार देने जैसा अपराध... तो इसके सामने कुछ भी नहीं ...* 

             *इस अपराध के आगे मुझे सारे अपराध #बौने लगे ... क्योंकि मरीज़...डाक्टर को #भगवान मानता है... वही डाक्टर उसकी संतानों और आगे आने वाली #पीढ़ियों की प्रत्याशा खत्म कर दे... सिर्फ इसलिए कि #काफिर को जीने का हक नहीं... इसलिए भ्रूण बनने की संभावना को नसबंदी और बच्चेदानी निकाल कर समाप्त कर दिया जाये... जानकारियां और आ रही हैं... मगर इस विषय पर लिखने में कलम अपना हौसला तोड़ रही है....* 

 *_अत्यधिक सहनशीलता के नुकसान_* 

     *हिंदुओं को मुस्लिम की तरह ही बनना पड़ेगा अगर, पृथ्वी पर रहना है तो!!*                                         *अफगानिस्तान बांग्लादेश, पाकिस्तान से खत्म होने के बाद हिंदू आज भारत में भी खुद के 8 राज्यों में से माइनॉरिटी में आ चुके हैं,,* *सहनशीलता का परिचय देते देते विनाश को गले लगाना कौन सी महानता है नहीं चाहिए ऐसी महानता,, अगर इस सनातन धर्म को बचाना है तो मुसलमानों की तरह थोड़ा कट्टर, मजबूत और निर्दई बनना होगा.. क्योंकि आप कितने भी कोमल हिरण बने आपका शिकार कर लिया जाएगा किसी भी शेर भेड़िया भालू द्वारा,,कड़वी सच्चाई है कि इस समय शिकारियों की संख्या ज्यादा होती जा रही है शिकारों के ऑप्शन से..* 

 *इसलिए प्रकृति के नियम के हिसाब से जो कठोर और* *सख्त होगा वही बचेगा*

*एक और षड़यंत्र* *हिन्दू,जैन,सिक्ख समुदाय की आबादी घटा कर नष्ट करने का ! परिवार* *नियोजन,नसबंदी के प्रचार के कारण इनकी आबादी घट गई और मुस्लिम दस बारह बच्चों को पैदा करते रहे !* 

 *इस विज्ञापन को वे लोग अच्छी तरह जानते हैं जो सत्तर के दशक में पैदा हुए थे।* 

 *बहुत पहले ये विज्ञापन 'हम दो हमारे तीन' हुआ करता था।* 

 *बाद में एक बच्चा कम हो गया।* 

 *नब्बे के दशक आते-आते ये विज्ञापन 'हम दो हमारा एक' पर आकर टिक गया।* 

 *अब फोटो में माता-पिता के साथ एक बेटी का फोटो आने लगा।* 

 *तीन बच्चों से एक बच्चे तक का विज्ञापन।* 

 *कैसे उन्होंने अफगानिस्तान में बुद्ध की विशालकाय प्रतिमा तोड़ डाली... कैसे अभी अभी पाकिस्तान में नानक महल की धज्जियाँ उड़ा दीं ...तो आप राममन्दिर बना भी लेंगे ...काशी मथुरा भोजशाला को स्वतंत्र भी करवा लेंगे ...* 

 *तो जैसे ही ये पॉपुलेशन-सुनामी के चलते यहाँ कोई मुस्लिम गद्दीनशीन होगा ...* 

 *आप के भव्यतम राममंदिर की सबसे पहले धज्जियाँ उड़ा डालेगा .....* 

 *रोक सको तो रोक लो ....वरना ये इतिहास का अंतिम परकोटा है ...उसके बाद तो अनन्त गहरी खाई ही क्षितिज तक दिखाई दे रही है ......*

*🙏 जय🙏श्री राम 🙏*

गुरुवार, 10 अक्टूबर 2024

शुक्रवार, 27 सितंबर 2024

ब्राह्मण एक ऐसे वृक्ष के समान हैं


ब्राह्मण में ऐसा क्या है कि सारी

दुनिया ब्राह्मण के पीछे पड़ी है।

इसका उत्तर इस प्रकार है।

रामचरितमानस में गोस्वामी तुलसीदासजी

ने लिखा है कि भगवान श्री राम जी ने श्री

परशुराम जी से कहा कि  →

"देव  एक  गुन  धनुष  हमारे।

 नौ गुन  परम  पुनीत तुम्हारे।।"

हे प्रभु हम क्षत्रिय हैं हमारे पास एक ही गुण

अर्थात धनुष ही है आप ब्राह्मण हैं आप में

परम पवित्र 9 गुण है-

ब्राह्मण_के_नौ_गुण :-

रिजुः तपस्वी सन्तोषी क्षमाशीलो जितेन्द्रियः।

दाता शूरो दयालुश्च ब्राह्मणो नवभिर्गुणैः।।


● रिजुः = सरल हो,

● तपस्वी = तप करनेवाला हो,

● संतोषी= मेहनत की कमाई पर  सन्तुष्ट,

रहनेवाला हो,

● क्षमाशीलो = क्षमा करनेवाला हो,

● जितेन्द्रियः = इन्द्रियों को वश में

रखनेवाला हो,

● दाता= दान करनेवाला हो,

● शूर = बहादुर हो,

● दयालुश्च= सब पर दया करनेवाला हो,

● ब्रह्मज्ञानी,

   

 श्रीमद् भगवत गीता के 18वें अध्याय

के 42श्लोक में भी ब्राह्मण के 9 गुण

इस प्रकार बताए गये हैं-


" शमो दमस्तप: शौचं क्षान्तिरार्जवमेव च।

ज्ञानं विज्ञानमास्तिक्यं ब्रह्म कर्म स्वभावजम्।।"

अर्थात-मन का निग्रह करना ,इंद्रियों को वश

में करना,तप( धर्म पालन के लिए कष्ट सहना),

शौच(बाहर भीतर से शुद्ध रहना),क्षमा(दूसरों के

अपराध को क्षमा करना),आर्जवम्( शरीर,मन

आदि में सरलता रखना,वेद शास्त्र आदि का

ज्ञान होना,यज्ञ विधि को अनुभव में लाना

और परमात्मा वेद आदि में आस्तिक भाव

रखना यह सब ब्राह्मणों के स्वभाविक कर्म हैं।


पूर्व श्लोक में "स्वभावप्रभवैर्गुणै:

"कहा इसलिएस्वभावत कर्म बताया है।


स्वभाव बनने में जन्म मुख्य है।फिर जन्म के

बाद संग मुख्य है।संग स्वाध्याय,अभ्यास आदि

के कारण  स्वभाव में कर्म गुण बन जाता है।


दैवाधीनं  जगत सर्वं , मन्त्रा  धीनाश्च  देवता:। 

ते मंत्रा: ब्राह्मणा धीना: , तस्माद्  ब्राह्मण देवता:।। 


धिग्बलं क्षत्रिय बलं,ब्रह्म तेजो बलम बलम्।

एकेन ब्रह्म दण्डेन,सर्व शस्त्राणि हतानि च।। 


इस श्लोक में भी गुण से हारे हैं त्याग तपस्या

गायत्री सन्ध्या के बल से और आज लोग उसी

को त्यागते जा रहे हैं,और पुजवाने का भाव

जबरजस्ती रखे हुए हैं।


 *विप्रो वृक्षस्तस्य मूलं च सन्ध्या।

 *वेदा: शाखा धर्मकर्माणि पत्रम् l।*

 *तस्मान्मूलं यत्नतो रक्षणीयं।

 *छिन्ने मूले नैव शाखा न पत्रम् ll*

भावार्थ --  वेदों का ज्ञाता और विद्वान ब्राह्मण

एक ऐसे वृक्ष के समान हैं जिसका मूल(जड़)

दिन के तीन विभागों प्रातः,मध्याह्न और सायं

सन्ध्याकाल के समय यह तीन सन्ध्या(गायत्री

मन्त्र का जप) करना है,चारों वेद उसकी

शाखायें हैं,तथा  वैदिक धर्म के  आचार

विचार का पालन करना उसके पत्तों के

समान हैं।

अतः प्रत्येक ब्राह्मण का यह कर्तव्य है कि,,

इस सन्ध्या रूपी मूल की यत्नपूर्वक रक्षा करें,

क्योंकि यदि मूल ही नष्ट हो जायेगा तो न तो

शाखायें बचेंगी और न पत्ते ही बचेंगे।। 


पुराणों में कहा गया है ---

विप्राणां यत्र पूज्यंते रमन्ते तत्र देवता।


जिस स्थान पर ब्राह्मणों का पूजन हो वहाँ

देवता भी निवास करते हैं।

अन्यथा ब्राह्मणों के सम्मान के बिना देवालय

भी  शून्य हो जाते हैं। 

इसलिए .......

ब्राह्मणातिक्रमो नास्ति विप्रा वेद विवर्जिताः।।

 श्री कृष्ण ने कहा-ब्राह्मण यदि वेद से हीन भी हो,

तब पर भी उसका अपमान नही करना चाहिए।

क्योंकि  तुलसी का पत्ता क्या छोटा क्या बड़ा

वह हर अवस्था में  कल्याण ही करता है।

 ब्राह्मणोस्य मुखमासिद्......

वेदों ने कहा है की ब्राह्मण विराट पुरुष भगवान

के मुख में निवास करते हैं।

इनके मुख से निकले हर शब्द भगवान का ही

शब्द है, जैसा की स्वयं भगवान् ने कहा है कि,

विप्र प्रसादात् धरणी धरोहमम्।

विप्र प्रसादात् कमला वरोहम।

विप्र प्रसादात् अजिता जितोहम्।

विप्र प्रसादात् मम् राम नामम् ।।

 ब्राह्मणों के आशीर्वाद से ही मैंने

धरती को धारण कर रखा है।

अन्यथा इतना भार कोई अन्य पुरुष

कैसे उठा सकता है,इन्ही के आशीर्वाद

से नारायण हो कर मैंने लक्ष्मी को वरदान

में प्राप्त किया है,इन्ही के आशीर्वाद से मैं

हर युद्ध भी जीत गया और ब्राह्मणों के

आशीर्वाद से ही मेरा नाम राम अमर हुआ है,

अतः ब्राह्मण सर्व पूज्यनीय है।

और ब्राह्मणों काअपमान ही कलियुग

में पाप की वृद्धि का मुख्य कारण है।

प्रश्न नहीं स्वाध्याय करें।।


जय सनातन

 जय  ब्रह्मण  

गुरुवार, 5 सितंबर 2024

चौठचन्द्र चौरचन पूजा के संपूर्ण पाठ

चौठचन्द्र चौरचन पूजा के संपूर्ण पाठ  

  06-09-2024

     भादव शुक्ल चतुर्थी पहिल साँझ व्रती स्नान कऽ आसन पर बैसि पूजाक सब सामग्री अरिपन अनुसार दही डाली मररक खीरपूरी दीप संग कलशसथापन कय कुशक वा सोना चांदी पवित्री पहिर तेकुशा जल लय इ मंत्र पढि सामग्री संग जल छिटी स्वयं पवित्र होई छथि-

नम:! अपवित्र: पवित्रोवा सर्वावस्थां गतोपिवा।
य: स्मरेत् पुण्डरीकाक्षं सवाह्याभ्यन्तर: सुचि सुचि।।
नमः! पुण्डरीकाक्ष: पुनातु।जल सिक्त करू।।

तेकुशा तील जल लय संकल्प मंत्र-

नमोऽस्यां रात्रौ भाद्रे मासि शुक्ल पक्षे चतुर्थ्यां तिथौ अमुक गोत्राया: ममाऽमुकीदेव्या: ।सकल कल्याणोत्पत्तिपूर्वक धनधान्यदि समृद्धि सकल मनोरथ सिद्ययर्थं यथाशक्ति गंधपुष्प धूपदीप ताम्बूल यज्ञोपवित वस्त्रनानाविध-नैवेद्यादिभि: रोहिणीसहित भाद्र शुक्ल चतुर्थी चंद्रपूजनं तत्कथाश्रवणं चाहं करिष्ये।

गणपत्यादि पंचदेवता पूजन-

अक्षत लय --   नमो गणपत्यादि पंचदेवता: इहागच्छत इह तिष्ठत।कहि पात पर एककात राखि                      दी।

अर्घा में जल लय    - एतानि पाद्यादीनि एषोर्घ: नमो गणपत्यादि पंचदेवता भ्यो नम:।

फूल में चानन लगाके    - इदमनुलेपनं गणपत्यादि पंचदेवता भ्यो नमः ।

अक्षत लय      -इदमक्षतं गणपत्यादि पंचदेवता भ्यो नम:। 

फूल लय    -इदं पूष्प गणपत्यादि पंचदेवता भ्यो नम:। 

बेलपात लय    -इदं विल्वपत्रं गणपत्यादि पंचदेवता भ्यो नम:। 

दूबि लय       -इदं दुर्वादलम् गणपत्यादि पंचदेवता भ्यो नम:।

जल लय     -एतानि गंधपुष्पधूपदीपताम्बुलयथाभाग नानाविध नैवेद्यानि गणपत्यादि पंचदेवता भ्यो नम:।नैवेद्य पर। 

जल लय    -इदमाचीनीयं नमो गणपत्यादि पंचदेवता भ्यो नम:।

विधवा स्त्री तील लय  - --    नमो भगवत् भगवान श्री विष्णो इहागच्छ इह तिष्ठ। पूजा के बगल में पात पर राखू।

जल लय-एतानि पाद्यादीनि एषोर्घ: नमोभगवते श्रीविष्णवे नम:।पूजा पात पर चढादी। अहिना फूल तुलसीपात आदि सौं पंचोपचार पूजा करी।

सधवा स्त्री गौरी पूजा करथि-

अक्षत लय    -नमो गौरि इहागच्छ इह तिष्ठ।

जल लय    -एतानि पाद्यादीनि नमो गौर्ये नम:। 

चानन लय     -इदमनुलेपनं नमो गौर्ये नम:। 

सिंदुर लय    -इदं सिन्दूरमनमो गौर्ये नम:। 

अक्षत लय    -इदमक्षतं नमो गौर्ये नम:। 

फूल लय       -इदं पुष्पं नमो गौर्ये नम:।

दुबि लय      - इदं दुर्वादलम नमो गौर्ये नम:।

बेलपात लय        - इदं विल्वपत्रं नमो गौर्ये नम:। 

जल लय         -एतानि गंधपुष्पधूपदीपताम्बुलयथायदिभाग नानाविध नैवेद्यानि नमो गौर्ये नम:।नैवेद्य पर उत्सर्ग करी।  

जल लय       -इदमाचीनीयं नमो गौर्ये नम:।

चौठचन्द्र पूजा   -     अक्षत लिय-नमो रोहिणीसहित भाद्र शुक्ल चतुर्थी चंद्र  इहागच्छ इह तिष्ठ।पात पर राखू।

उजर फूल लिय         - श्वेतांबरं स्वच्छतनुं सुधांशु चतुर्भुजं हेमविभूषणाढ्यम्।वरं सुधा दिव्यकमण्डलुञ्च करैरभीतिञ्च दधानभीडे।।एष पपुष्पाञ्जलि।

जलक अर्घ्यदान     -सोमाय सोमेश्वराय सोमपतये सोमसम्भवाय गोविन्दाय नमो नम:।

एतानि पाद्यादीनि एषोऽर्घ्य: नमो रोहिणीसहित भाद्र शुक्ल चतुर्थी चंद्राय नम:।

चानन लय      -मलयाद्रिसमुद्भूतं श्रीखंडं त्रिदशाप्रियम्। सर्वपापहरं सौख्यं चंदनं मे प्रगृह्यताम्।

चानन लय      - इदमनुलेपनं नमो रोहिणीसहित भाद्र शुक्ल चतुर्थी चंद्राय नम:।

अक्षत लय       -इदमक्षतं नमो रोहिणीसहित भाद्र शुक्ल चतुर्थी चंद्राय नम:।

उजर फूल लय      - त्रैलोक्यमोदकं पुष्पं शुक्ल पुष्पं मनोहरम्।दिव्यौषधि क्षपानाथ गृह्यतां च प्रसीद मे।एतानि पुष्पाणि नमो रोहिणीसहित भाद्र शुक्ल चतुर्थी चंद्राय नम :।

बेलपात लय       -इदं विल्वपत्रं नमो रोहिणीसहित भाद्र शुक्ल चतुर्थी चंद्राय नमः।

दुबि लिय         -इदं दुर्वादलम नमो रोहिणीसहित भाद्र शुक्ल चतुर्थी चंद्राय नमः।

यज्ञोपवित लय          - सुसंस्कृतं चतुर्वेदैर्द्विजानां भूषणं वरम्।यज्ञोपवितंदेवेश कृपया मे प्रगृह्यताम्।इमे यज्ञोपविते वृहस्पतिदैवते नमो रोहिणीसहित भाद्र शुक्ल चतुर्थी चंद्राय नम :।

वस्त्र लय       - तन्तुसन्तानसम्भूतं कलाकोशलकल्पितम्। सर्वाङ्गभूषणश्रेष्ठं वसनं परिधीयताम्।।इदं वस्त्रं वृहस्पतिदैवतं नमो रोहिणीसहित भाद्र शुक्ल चतुर्थी चंद्राय नम :।

नैवेद्य             - नैवेद्यं गृह्यतां देव भर्क्ति मे ह्यचलां कुरू।ईप्सितं मे वरं देहि परत्र च परांङ्गतिम।। 

एतानि गंधपुष्प धूपदीपसदधिपक्वान्नादि नानाविध नैवेद्यानि नमो रोहिणीसहित भाद्र शुक्ल चतुर्थी चंद्राय नम :।

 पुंगीफल     ---        पूंगीफलं महद्दिव्यं नागवल्लीदलैर्युतम्। कर्पूरादिसमायुक्तं ताम्बूलं प्रतिगृह्यताम्।।एतानि ताम्बूलानि।

धूप-   ---  गन्धभारवहं दिव्यं नानावस्तुसमनवितम्। सुरासुरनरानन्दं धूपं देव गृहाण मे।। एष धूप: नमो रोहिणीसहित भाद्र शुक्ल चतुर्थी चंद्राय नम :।

कलशदीपदानम      -  मार्तण्डमण्डलाखण्डचन्द्रबिम्बाग्निदीप्तिमान्। विधात्रा देवदीपोऽयं निर्मितस्तेऽस्तु भक्तित:। एष कलशदीप: नमो रोहिणीसहित भाद्र शुक्ल चतुर्थी चंद्राय नम :।

शंख में  फल फूल दूध लय     - अत्रिनेत्रसमुद्भूत क्षीरोदार्णवसंभव।गृहामार्घ्य मया दत्तं रोहिण्या सहितप्रभो ।इदं दुग्धार्घ्यं नमो रोहिणीसहित भाद्र शुक्ल चतुर्थी चंद्राय नम :।

डाली लय चंद्र दर्शन मंत्र----

सिंह प्रसेन मवधीत्सिंहो जाम्बवताहत :! 

सुकुमारक मा रोदीस्तव ह्येष स्यमन्तक :!

प्रणाम मंत्र-

नम: शुभ्रांशवे तुभ्यं द्विजराजाय ते नम ।

रोहिणीपतये तुभ्यं लक्ष्मीभ्रात्रे नमोऽस्तु ते । ।

दही छाँछी लय प्रणाम मंत्र -

दिव्यशंखतुषाराभं क्षीरोदार्णवसंभवम्! 

नमामि शशिनं भक्त्या शंभोर्मुकुट भूषणम्! !

प्रार्थना मंत्र -

मृगाङ्क रोहिणीनाथ शम्भो : शिरसि भूषण ।

व्रतं संपूर्णतां यातु सौभाग्यं च प्रयच्छ मे । ।

रुपं देहि यशो देहि भाग्यं भगवन् देहि मे।

पुत्रोन्देहि धनन्देहि सर्वान् कामान् प्रदेहि मे।।

तदुपरांत स्यमन्तक मणी जाम्बवान पुत्र सुकुमार पर आधारित कथा ध्यान मग्न भय सुनि।जहिना पूजा केलहुं ओहि क्रम में बेराबेरी विसर्जन करी

विसर्जन मंत्र-

     jal lake -       नमो गणपत्यादि पंचदेवता: पूजिता: स्थ क्षमध्वं स्वस्थानं गच्छत।

विधवा     - नमो विष्णो पूजितोऽसि प्रसीद क्षमस्व।

सधवा     - नमो गौरि पूजितासि प्रसीद क्षमस्व।

नमो रोहिणीसहित भाद्र शुक्ल चतुर्थी चंद्र पूजितोऽसि प्रसीद क्षमस्व स्वस्थानं गच्छ।

दक्षिणा द्रव्य जल से सिक्त कय तील जल लय मंत्र-

नमोऽस्यां रात्रौ कृतेतद्रोहिणीसहित भाद्र शुक्ल चतुर्थी चंद्र पूजन तत्कथा श्रवण कर्म प्रतिष्ठार्थमेतावद्द्रव्य मूल्यकहिरण्यमग्निदैवतं यथानाम गोत्राय ब्राह्मणाय दक्षिणामहं ददे।कुश तील जल द्रव्य पर अर्पण कय। दक्षिणा प्रतिपन्न करी ओ स्वाच्छन्न देता।

क्षमायाचना    -- सपरिवार कलजोरी- हे चतुर्थी चंद्र हम त आहां के बच्चा छी यथासाध्य नैवेद्य फुल पान लय आहांक पुजा कयल कोनो त्रुटि लेल क्षमा करब।

तदुपरांत मड़ड उत्सर्ग कय भांगि आ प्रसाद वितरण करी।

पंडित भेट जाईथ त सर्वोत्तम नै त पिता/पती/पुत्र/भाई/कुटंब/संवंधी  से उपरोक्त विधि से पुजन कर

पं.राजीव झा

बुधवार, 14 अगस्त 2024

गलत तो आप और हम हैं । बस समझ-समझ का फेर है

 कांग्रेस को क्यों गाली  देते हो मित्रों.? गलत तो आप और हम हैं । बस समझ-समझ  का फेर है ।

लाल बहादुर शास्त्री जी की हत्या के बाद भी कांग्रेस को सत्ता में लाया कौन था.?

हम

5000 संतो को संसद के गलियारे में गोलियों से भूनने के बाद भी इंदिरा गांधी को सत्ता किसने दी थी.?

हमने

चीन से ज्यादा सैन्य शक्ति से संपन्न होते हुए भी 1962 में अपनी लाखो हेक्टेयर जमीन चीन को लुटा देने वाली कायर कांग्रेस को सराखों पर बिठाया था किसने.?

हमने

हिन्दुओं की चुन-चुन कर नसबंदी करने वाली और मुस्लिम को अल्लाह की देन पर बच्चे पैदा करने वाली कांग्रेस को वोट देकर राज किसने करने दिया था.?

हमने

आपातकाल लगा कर जयप्रकाश नारायण जैसे लोकप्रिय जननायक को कुचलने की मुहिम चलाने वाली तानाशाह इंदिरा गांधी को कुर्सी किसने दी थी.?

हमने

भोपाल कांड में हजारों लोगों को तड़पा तड़पा कर मारने वाले एंडरसन को भगाने वाली *Rajiv Feroz Khan Gandhi* कांग्रेस को अपना माई बाप बताया किसने.?

हमने

देश की जनता के टैक्स के पैसे को बोफोर्स की दलाली में खाने वालों को गद्दी किसने दी.?

हमने

देश के संसाधनों पर पहला हक मुसलमान का है, फिर भी सपोर्ट करने वाले कौन.?

हम

प्रभु श्री राम जी को काल्पनिक कहने वाले को सपोर्ट करने वाले कौन.?

हम

सनातन को जड़ से उखाड़ कर फेंक देना ही मकसद हो फिर भी सपोर्ट करने वाले कौन.?

हम

जिसने पार्टी ने देश के टुकड़े-टुकड़े कर दिए ऐसी पार्टी को थोङे से फ्री पाने के चक्कर में सपोर्ट करने वाले कौन.?

हम

जिस पार्टी ने पूरे देश में इमरजेंसी लगाकर संविधान का गला घोंटा उसको सपोर्ट करने वाले कौन.?

हम

जिस पार्टी ने हिन्दुओं का वोट लेकर हिन्दुओं को ही समाप्त करने का लगातार कारनामा किया हुआ है फिर भी ऐसी पार्टी को सपोर्ट करने वाले कौन.?

हम

आज भी वेद-पुराणों को अपशब्द कह रहे हैं और फिर भी उन्हें सपोर्ट करने वाले कौन.?

हम

फूट डालो और राज करो के नारे लगा कर हिन्दुओं को जाता-पात में बांटकर छोड़ने वाले को सपोर्ट करने वाले कौन.?

हम

पाकिस्तान के 90 हजार सैनिकों को बेगर शर्त छोड़ा गया और अपनी देश के सेना को कोई खबर आज भी नहीं है जिन्दा है या मर गया ऐसे पार्टी को सपोर्ट करने वाले कौन.?

हम

 क्वात्रोची को खरबपति बना कर देश के सोने को गिरवी रखने की जिम्मेदार कांग्रेस के पीछे कुत्ते की तरह टुकड़े की आस में कौन जीभ लटका कर घूमता रहा.?

हम

हर्षद मेहता के सूटकेसों से प्रधानमंत्री आवास को कलंकित करने वाली कांग्रेस को और शिबू सोरेन जैसे सत्ता के दलालों को खरीदने के आरोपों में एक प्रधानमंत्री को अदालत के कटघरे में खड़े होने वाली कांग्रेस के इशारे पर बाजपेई जी की सरकार गिराने वालो को संसद में बिठाया किसने था.?

हमने

बाजपेई जैसे कर्मठ, सत्यनिष्ठ जननायक को हटाकर इस सत्ता की भूखी विदेशी औरत को देश की मालकिन बनाया था किसने.?

हमनें

2G, कोयला, दामाद राबर्ट बडेरा, बाबा रामदेव कांड, अन्ना हजारे आंदोलन जैसे एपिसोड्स को 5 सालो में ही भुलाकर आज तक के सर्वकालीन *अयोग्य राहुल गांधी को* अपना जननायक मान कर राजस्थान, मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ में देश के मुंह पर कालिख किसने पोती.?

हमने

और इतना ही क्यूं .....

कल्याण सिंह को हटाकर राम भक्तों को गोलियों से भूनने वाले मुलायम को सत्ता किसने दी थी.?

हमने

*तिलक, तराजू और तलवार* ... *इनको मारो जूते चार* ... कह कर तुम्हारे पिछवाड़े लाल करने वाली को सत्ता के शिखर पर पहुंचाया किसने.?

हमने

लालू तुम्हारे भूखे पेट को रौंद कर खुद खरबपति बन बैठा, गिरफ्तारी देने भी हाथी पर बैठ कर गया .....

और हम गाजे बाजे के साथ नाचते रहे ... पूरे बिहार में उसे, अपनी अनपढ़ पत्नी के सिवाय कोई योग्य बिहार में नहीं मिला जिसको मुख्य मंत्री बनवा देता पर फिर भी उसको अपना भाग्य विधाता मानता रहा कौन.?

हम

हिन्दुओं का त्योहार दुर्गा पूजा करने तक का अधिकार छिनने वाली, 

तारकेश्वर के महाशिव मन्दिर का चेयरमैन एक मुस्लिम  को बनाने वाली, हिन्दू विरोधी, इस्लाम परस्त, भारत विरोधी ममता बनर्जी के पीछे पीछे कुत्तों की तरह झंडा उठा कर चलता है कौन.?

हम

कर्नाटक में सरे आम गाय काट कर खाने वालों को वोट देकर सत्तासीन किया किसने.?

हमने

हजारों सिक्खों को मौत के घाट उतारने वाली कांग्रेस का चमचा कौन बना.? सिद्धू और मनमोहन सिंह जैसे रीढ़विहीन अपने ही लोगों की हत्यारी कांग्रेस को अपना मालिक किसने बनाया भाई.?

हमने

देश की सेना को श्रीलंका में भेजकर अपने ही भारत के भाईयों को मरवाने वाली कांग्रेस की तलवे चटाई कौन करता रहा.?

हम

कश्मीर से हिन्दुओं को बेदखल कर हमको अपने ही देश में शरणार्थी बनाने वाली कांग्रेस को सत्ता में बार-बार कौन बिठाता रहा.?

हम

सोनिया गांधी के 10 साल के कुशासन में एक एक करके सैकड़ों मिग लड़ाकू विमान रहस्यमय तरीके से क्रैश होते गए, 

फोर्स के पायलट मरते गए, 

पर *पैसे का रोना रोकर एक भी नया लड़ाकू विमान नहीं खरीदा गया ऐसा क्यों.?* 

*देश की सुरक्षा के साथ इतना बड़ा खिलवाड़ क्यों.?* 

वहीं दूसरी ओर गठबंधन की मजबूरी का हवाला देकर लाखों करोड़ लुटाए जाते रहे ..... 

और फिर भी राफेल राफेल चिल्लाने वाले  नेताओं की बातों में सुगंध की अनुभूति होती है किसे.?

हमें

तो इसलिए आज के बाद कांग्रेस को गाली मत दो, लालू, मुलायम, केजरीवाल और ममता को मत कोसों ..

*गलत सिर्फ हम हैं...*

*खुद का मूल्यांकन करों, खुद को नजर भर कर देखों* ।

 पार्टी के गुलाम नहीं, *देश का सेवक बनें।

 *यह मैसेज बार बार जाना चाहिए उन मरे जमीर वाले रीढ विहीन, लालची हिन्दुओं मे जो  कांग्रेस को अब भी सही मानते हैं*।

बुधवार, 31 जुलाई 2024

विचारणीय : मुसलमान कहां दोषी है

*विचारणीय : मुसलमान कहां दोषी है*  

           अभी अभी एक मामला आया था जिसमे एक आदेश जारी हुआ था कांवड़ मार्गो पर दुकानदारों को अपना वास्तविक नाम लिखने का।उसमे मैंने एक चीज नोटिस की कि कही भी दुकानदारों ने इस आदेश का बड़े स्तर पर विरोध नही किया,यहाँ तक कि मुस्लिम दुकानदार भी आसानी से इस आदेश का पालन करने लगे।उन्होंने अपनी दुकानों के बाहर,रेस्टोरेंट व ढाबो के बाहर अपने नाम लिखवा दिए।

*अगर किसी स्तर पर विरोध हुआ तो राजनैतिक स्तर पर।सबसे मजे की बात ये रही सुप्रीम कोर्ट में भी याचिका किसी मुस्लिम ने दायर नही की।याचिका दायर की एसोसिएशन फ़ॉर प्रोटेक्शन ऑफ सिविल राइट्स नामक NGO ने।ओर सुप्रीम कोर्ट में इस NGO के वकील थे कांग्रेस नेता अभिषेक मनुसिंघवी।

आज इसी प्रकरण में मेरी बात एक मुस्लिम व्यापारी से हुए।मैंने उससे समुदाय विशेष स्तर पर इस आदेश का कोई विरोध न करने का कारण जाना। उसका जबाब सुनकर मैं बहुत अशांत हो गया।उसने बताया कि जनाब क्या फर्क पड़ता है नाम लिखने से । हिंदू और सिख तो हमेशा से ही उन लोगो का साथ देते हैं जो उनके  खिलाफ लड़ने के लिए उत्सुक रहते हैं  । 

*अब हमारे ख्वाजा मोइद्दीन चिश्ती साहब को ही ले लो,  उन्होंने पृथ्वीराज की बेटियों का सरेआम बलात्कार कराया और आज हिंदू उनकी मजार को चूमने को ही लालायत रहते हैं* 

अभी राममंदिर प्रकरण को ही ले ,यदि तुम्हारे हिन्दू ही राममंदिर के विरोध में खड़े नही होते तो क्या किसी मुस्लिम की हिम्मत थी जो बाबरी मस्जिद के पक्ष में खड़ा हो जाता। 

*हमारे पूर्वजों ने सिखों के गुरु गोविंद सिंह जी का सरे आम कत्ल किया, उनके बच्चों को दीवार में चुनवा दिया और आज उनकी पुश्तें हमारे तलवे चाटने को तैयार बैठी हैं ।

आपने देखा नही कैसे वो लोग अपने गुरुद्वारों में हमे नमाज अदा करवा रहे हैं।रोजा इफ्तारी करा रहे हैं। 

*साहब तुम्हारे लोग बहुत भुलक्कड़ व लालची है।चौरासी के दंगों में कांग्रेस ने सिखों का कत्लेआम करवाया और आज सिख कांग्रेस के साथ साथ मुसलमान के तलवे चाटने को ललायत है।

*मुलायम सिंह ने हिंदुओं पर गोलियां चलवाई और आज हिंदू, उसके बेटे श्री अखिलेश यादव की चरण वंदना करने को लालायत हैं उनके लिए दरे बिछा रहे हैं ।* 

इसलिए साहब कोई फर्क नहीं पड़ता । अगर मुसलमान का नेम प्लेट भी लगी  हो और हिंदू को वही आम किसी मुस्लिम दुकानदार की दुकान पर ₹5 सस्ता मिल रहा है तो वह मुसलमान से ही खरीदेगा।

   आप ही के भाई,आपके हिन्दू धर्म का हिस्सा एस.सी., एस.टी. व दलित समाज के लोग जय मीम जय भीम में इतना खो गए हैं कि उन्हें इन चीजों से कोई फर्क नहीं पड़ता। और आप पड़े हो नाम के चक्कर में। 

*हिंदू को ₹ 5 प्रति किलो अगर सब्जी सस्ती मिले तो वो किसने थूका है किसने मुता है सब भूल जाएंगे,सामान हमसे ही खरीदेंगे। 

*मैं उसकी बात सुन सन्न रह गया और ये सोचते हुए कि हिन्दुओ की बर्बादी का वास्तविक जिम्मेदार खुद हिन्दू है या मुसलमान सोचते हुए घर वापिस आ गया।*

शुक्रवार, 26 जुलाई 2024

मैं बहुत सोचता हूं पर उत्तर नहीं मिलता..

मैं बहुत सोचता हूं पर उत्तर नहीं मिलता...

आपको भी इन प्रश्नों पर गौर करना है.. 

१. जिस सम्राट के नाम के साथ संसार भर के इतिहासकार “महान” शब्द लगाते हैं...

२. जिस सम्राट का राज चिन्ह अशोकचक्र भारत देश अपने झंडे में लगाता है...

३. जिस सम्राट का राज चिन्ह चारमुखी शेर को भारत देश राष्ट्रीय प्रतीक मानकर सरकार चलाती है और सत्यमेव जयते को अपनाया गया है...

४. जिस देश में सेना का सबसे बड़ा युद्ध सम्मान सम्राट अशोक के नाम पर अशोक चक्र दिया जाता है...

५. जिस सम्राट से पहले या बाद में कभी कोई ऐसा राजा या सम्राट नहीं हुआ, जिसने अखंड भारत (आज का नेपाल, बांग्लादेश, पूरा भारत, पाकिस्तान और अफगानिस्तान) जितने बड़े भूभाग पर एकछत्र राज किया हो...

६. जिस सम्राट के शासन काल को विश्व के बुद्धिजीवी और इतिहासकार भारतीय इतिहास का सबसे स्वर्णिम काल मानते हैं...

७. जिस सम्राट के शासन काल में भारत विश्व गुरु था, सोने की चिड़िया था, जनता खुशहाल और भेदभाव रहित थी... 

८. जिस सम्राट के शासन काल जी टी रोड जैसे कई हाईवे रोड बने, पूरे रोड पर पेड़ लगाये गए, सराये बनायीं गईं इंसान तो इंसान जानवरों के लिए भी प्रथम बार हॉस्पिटल खोले गए, जानवरों को मारना बंद कर दिया गया...

ऐसे महान #सम्राटअशोक की जयंती उनके अपने देश भारत में क्यों नहीं मनायी जाती? न कि कोई छुट्टी घोषित कि गई है अफ़सोस जिन लोगों को ये जयंती मनानी चाहिए, वो लोग अपना इतिहास ही नहीं जानते और जो जानते हैं वो मानना नहीं चाहते...

1. जो जीता वही चंद्रगुप्त ना होकर जो जीता वही सिकन्दर “कैसे” हो गया…? (जबकि ये बात सभी जानते हैं कि सिकंदर की सेना ने #चन्द्रगुप्तमौर्य के प्रभाव को देखते हुये ही लड़ने से मना कर दिया था बहुत

ही बुरी तरह मनोबल टूट गया था जिस कारण , सिकंदर ने मित्रता के तौर पर अपने सेनापति सेल्युकश कि बेटी की शादी चन्द्रगुप्त से की थी)

2. #महाराणाप्रताप ”महान” ना होकर ... अकबर ”महान” कैसे हो गया…? (जबकि, अकबर अपने हरम में हजारों


लड़कियों को रखैल के तौर पर रखता था यहाँ तक कि उसने अपनी बेटियो और बहनोँ की शादी तक पर प्रतिबँध लगा दिया था जबकि महाराणा प्रताप ने अकेले दम पर उस अकबर के लाखों की सेना को घुटनों पर ला दिया था) 

3. #सवाईजयसिंह को “महान वास्तुप्रिय” राजा ना कहकर शाहजहाँ को यह उपाधि किस आधार मिली...? जबकि साक्ष्य बताते हैं कि #जयपुर के हवा महल से लेकर तेजोमहालय {ताजमहल} तक, महाराजा जय सिंह ने ही बनवाया था...!

4. जो स्थान महान मराठा #क्षत्रियवीरशिवाजी को मिलना चाहिये वो क्रूर और आतंकी औरंगजेब को क्यों और कैसे मिल गया...? 

5. स्वामी विवेकानंद और आचार्य

चाणक्य की जगह… विदेशियों को हिंदुस्तान पर क्यों थोप दिया गया…? 

6. तेजोमहालय- ताजमहल, लालकोट- लाल किला, फतेहपुर सीकरी का देव महल- बुलन्द दरवाजा एवं सुप्रसिद्ध गणितज्ञ वराह मिहिर की मिहिरावली(महरौली) स्थित वेधशाला- कुतुबमीनार, क्यों और कैसे हो गया...?

7. यहाँ तक कि राष्ट्रीय गान भी… संस्कृत के वन्दे मातरम की जगह गुलामी का प्रतीक जन-गण-मन हो गया है कैसे और क्यों हो गया...?

8. और तो और हमारे आराध्य भगवान् राम व कृष्ण तो इतिहास से कहाँ और कब गायब हो गये...? पता ही नहीं चला, आखिर कैसे...? 

9. यहाँ तक कि हमारे आराध्य भगवान राम की जन्मभूमि पावन अयोध्या भी कब और कैसे विवादित बना दी गयी…? हमें पता तक नहीं चला…

कहने का मतलब ये है कि हमारे दुश्मन सिर्फ बाबर, गजनवी, तैमूरलंग ही नहीं हैं बल्कि आज के सफेदपोश तथाकथित सेक्यूलर भी हमारे उतने ही बड़े दुश्मन हैं।

शुक्रवार, 28 जून 2024

शुक्रवार, 21 जून 2024

विद्यापति गौरव मंच के सानिंध्य में सम्पन्य भेल विश्वा योग दिवस -

  विद्यापति गौरव मंच के सानिंध्य  में सम्पन्य भेल  विश्वा योग दिवस - 

राष्ट्रीय स्वम सेवक   संघ के द्वारा संचालित  , विद्यापति नगर में , विद्यापति सखा , दुर्गा सखा , श्री राम सखा के स्वम  सेवक एवं  नगर वासी  समलित भेलाह  , एम्  झा  जी के अध्यक्षता में और विकास जी के मुख्य शिक्षक क  सहयोग

 सं नगर  वासी  योग दिवसक लाभ प्राप्त केला  , 

जाहि में मुख्य सहयोग , नीतीश जी , तपन जी , धर्मपाल जी , गोपाल जी , इतियादी  लोग  अहि  कार्य के सम्पन्य में अहम् दायुत्व  निभेला  ,